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                                   ‘मे जो के न्द्रीम विद्मारम है भेया’







        मे जो के . वि. है भेया,

        फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया,


        हभ सफकी आॉखों का ताया,

        मे जो के . वि. है भेया, फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया |




        अध्मात्भ-गगन भें दीप्तभान,

        बयता हभ सफ भें स्िाभबभान,


        कयता हभ सफ को कीर्तिभान,

        मे जो के . वि. है भेया, फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया |




        बायत-भाता के  हभ सऩूत,

        होते हैं इनसे सदा अभबबूत,


        कयते हैं सफको सदा िशीबूत,

        मे जो के . वि. है भेया, फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया |




        चाहे क्रीड़ा हो मा करा,

        कयता है हभ सफका बरा,


        कामािनुबि की फात ही क्मा,

        मे जो के . वि. है भेया, फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया |




        प्रमोगशारा कयता शॊकाएॉ दूय,

        ऩुस्तकारम है ककताफों से बयऩूय,


        भशऺक भसखराते जीिन के  गुय,

        मे जो के . वि. है भेया, फड़ा न्द्माया, फड़ा प्माया |
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