Page 35 - Binder1
P. 35
5
भोयों भें खुभशमाॉ राई
ताराफों भें ऩानी बय राई
भेंढक ने टयि-टयि खूफ सुनाई
िषाि आई िषाि आई ,सॊग भें ढेयों खुभशमाॉ राई
सृजनी दास ि अभबप्सा सेन
कऺा –निीॊ फ
हभ नहीॊ हैं ककसी से कभ
अफ नहीॊ मह ज़भाना ऩुयाना
आगे फढ़ेंगी आज नारयमाॊ
भभरकय हभ कदभ उठाएॊगे
ऩूयी दुर्नमा को हदखा देंगे
हभ नहीॊ हैं ककसी से कभ
भभटा देंगे इस दुर्नमा से गभ
जफ ऊॉ चे ऩिित हभ चढ़ सकते हैं
जफ चाॉद ऩे हभ जा सकते हैं
जफ दूसयों को ऻान प्रदान कय सकते हैं
जफ दूसयों का ख़्मार हभ हदनबय यखते हैं
जफ देश की खार्तय भय-एभआईटी सकते हैं
तो कै से कह सकते हो हभ हैं ककसी से कभ

